कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
हम उससे थोड़ी दूरी पर हमेशा रुक से जाते हैं,
जहाँ तक रास्माता मालूम था हमसफर चलते गए,
जुल्फें तेरी बादल जैसी आँख में तेरे समंदर है,
मैं धीरे-धीरे उनका दुश्मन-ए-जाँ बनता जाता हूँ,
मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
उजालों में चिरागों की अहमियत नहीं होती।
खुदा माना, आप न माने, वो लम्हे गए यूँ ठहर से,
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
मैं घर का रास्ता भूला, जो निकला आपके शहर से,
मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,
सूरज की तरह तेज मुझमें मगर मैं Love Quotes ढलता रहा,
खुदा की तरह चाहने लगे थे उस यार को, वो भी खुदा की तरह हर एक का निकला।
तेरी चिट्ठी जो किताबों में छुपा रखी है।